Thursday, October 8, 2015

कुर्सी तू बड़भागिनी - 20

मुद्दा

पापाचार

बिजली-पानी औ' सड़क, आरक्षण-रोजगार।
हमें कहा तुम तो करो, इन मुद्दों से प्यार।।
कैसा पापाचार! टिकट बाँटा अपनों को।
हम क्योंकर साकार करें उनके सपनों को?
-सुरेन्द्र दुबे (जयपुर)
मेरी प्रकाशित पुस्तक
'कुर्सी तू बड़भागिनी'
में प्रयुक्त नवछंद- कुण्डल

सम्पर्क : 0141-2757575
मोबाइल : 98290-70330
ईमेल : kavidube@gmail.com

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