Thursday, April 9, 2015

कुर्सी तू बड़भागिनी - 4

मीडिया

हेराफेरी

यहाँ ढोल में पोल है, वहाँ पोल में ढोल।
रोल मीडिया का सदा, देता आँखें खोल।।
किनके बिस्तर गोल, समझते लगी न देरी।
बड़े-बड़ों की चाह रही है हेरा-फेरी।।

सम्पदा

देख सम्पदा आपकी, बोल उठे सब लोग।
खूब फला है आपको, राजनीति उद्योग।।
अच्छा अवसर योग, कर रहे वर्कर चर्चा।
प्रत्याशी धनवान खूब करवाओ खर्चा।।

आभार

ईश्वर का आभार जो, कर दीनी बरसात।
वरन विरोधी पूछते, बार-बार यह बात।।
नई-नई सौगात, किस तरह पुलिया टूटी?
उठा अगर यह प्रश्न समझ लो किस्मत फूटी।।

रिमोट

सिस्टम में जनतंत्र के, बहुत बड़ी यह खोट।
टीवी इनके पास है, उनके पास रिमोट।।
खूब खर्च कर नोट, कृपा उनकी पाती है।
टीवी पर तस्वीर सिर्फ वो ही आती है।।

-सुरेन्द्र दुबे (जयपुर)

मेरी प्रकाशित पुस्तक
'कुर्सी तू बड़भागिनी'
में प्रयुक्त नवछंद- कुण्डल

सम्पर्क : 0141-2757575
मोबाइल : 98290-70330
ईमेल : kavidube@gmail.com

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